चीन ने मारी पलटी एफएटीएफ में पाकिस्तान हुआ अकेला

पेरिस में चल रही फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की बैठक में चीन ने भारत, अमेरिका, सऊदी अरब और यूरोपीय देशों का साथ दिया। साथ ही पाकिस्तान को टेरर फंडिंग और आतंकवाद के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने पर जोर दिया। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स द्वारा दी गई। अब यह तय माना जा रहा है कि पाकिस्तान एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में ही शामिल रहेगा। बताया जा रहा है कि इसकी औपचारिक घोषणा गुरुवार को हो सकती है।


ग्रे से ब्लैक लिस्ट में जा सकता है पाक


एफएटीएफ की अगली बैठक चार महीने बाद जून में होने वाली है, जिसमें पाकिस्तान सरकार द्वारा टेरर फंडिंग, काले धन को वैध बनाना (मनी लॉन्ड्रिंग) और आतंकी सरगनाओं के खिलाफ की गई कार्रवाई की गहन समीक्षा की जाएगी। इस दौरान पाकिस्तान एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में ही बना रहेगा। इस बीच यदि पाकिस्तान ने एफएटीएफ की मांगों को पूरा नहीं किया तो वह ग्रे से ब्लैक लिस्ट में चला जाएगा।


चीन ने मारी पलटी


आतंकवाद के खिलाफ ठोस कार्रवाई न करने वाले पाकिस्तान के साथ खड़े होने वाले चीन ने इस बाद अपने दोस्त का साथ छोड़ दिया है। पाकिस्तान के खिलाफ चीन के बदले हुए तेवर हैरान करने वाला है। चीन ने अब तक एफएटीएफ की हर बैठक में पाक का ही साथ दिया, लेकिन इस बार उसने ऐसा नहीं किया। बताया जा रहा है कि एकमात्र तुर्की ऐसा देश था जिसने पाकिस्तान का पक्ष लिया और उसे ग्रे लिस्ट से बाहर किए जाने की मांग की।